खेलने के लिए जब खिलाड़ियों को करना पड़ा जल सत्याग्रह, कड़े संघर्षों के बाद पुराई गांव के 12 तैराकों का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण में

694

खेलने के लिए जब खिलाड़ियों को करना पड़ा जल सत्याग्रह, कड़े संघर्षों के बाद पुराई गांव के 12 तैराकों का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण मे

दुर्ग ग्रामीण का पुराई जो राष्ट्रीय स्तर के स्विमर की नर्सरी है, जहां से 12 बच्चों का सलेक्शन SAI के लिए हुए है अब इनको गुजरात के गांधीनगर में आगे के लिए तैयार किया जा रहा है, जब केंद्रीय खेल मंत्री Kiren Rijiju जी इस सेंटर में गए थे तब उन्होंने हमारे छत्तीसगढ़ के इन तैराकों से विशेष मुलाकात की और इन लोगों के साथ लंच किया, ये बच्चे यदि आज इस मुकाम पर पहुंचे है तो इसके पीछे एक बड़ा संघर्ष है, छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस के अध्यक्ष अधि. प्रवीण जैन ने आज दीपावली से एक दिन पूर्व इस गांव में विभिन्न खेल प्रतियोगिता के समापन पर जब खिलाड़ियों से रूबरू हुए तो खिलाड़ियों ने आप बीती बतलाई, उन्होंने बतलाया कि 2017 में गांव के सरपंच ने इन बच्चों को गांव के तालाब में स्विमिंग करने पर प्रतिबंध कर दिया था जिसके बाद एक लंबी लड़ाई इन लोगों ने लड़ी इन लोगों को कई दिनों तक जलसत्याग्रह करना पड़ा ग्रामीणों ने भी इनका साथ दिया, महिला तैराकों को भी काफी परेशान किया गया, तात्कालिक सरकार ने भी इन बच्चों की कोई सुध नही ली और उपेक्षित रखा गया, सरकार बदलने के बाद ये सभी बच्चे अब गांव के तालाब में अभ्यास करते हैं प्रतिदिन लगभग 10 km की तैराकी वे कर रहे हैं, इस गांव में कई खिलाड़ी आज नेशनल लेवल पर प्रदर्शन कर चुके है इन्ही में से 12 खिलाड़ियों का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण गुजरात के लिए हुए है,

खिलाड़ियों ने बतलाया कि इन्ही के बीच मे एक खिलाड़ी जिसने ओलंपिक रिकार्ड के लगभग बराबरी से तैराकी में रिकार्ड बनाया था आज वह पेट की भूख मिटाने खेलकूद छोड़कर कहीं मजदूरी कर रहा है, बिना बुनियादी सुविधाओं के ये सभी बच्चे नेशनल लेबल पर जौहर दिखा रहे हैं, यदि इनको मूलभूत साधन संसाधन उपलब्ध कराया जाए तो ना ये अपने देश में बल्कि पूरे विश्व में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करेंगे। पुराई ग्राम गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू जी का विधानसभा क्षेत्र है, उनके इस क्षेत्र से चुने जाने के बाद खिलाड़ियों की सुध ली जाने लगी है मंत्री जी द्वारा इस क्षेत्र में खेल मैदान की सुविधा शीघ्र देने जा रहे हैं। हमारे गांवों में प्रतिभाओं की कोई कमीं नही है कमी है इक्षाशक्ति की, कमी है सुविधाओं को साधन व संसाधनों की, इन सभी कमियों को दूर कर अपने प्रदेश के खिलाड़ियों को शीर्ष पर लाना है, यही संकल्प है।
फ़ोटो में सभी 12 तैराक
Adv Praveen Jain. Chhattisgarh Pradesh Congress Sports Cell

मरवाही उपचुनाव में सैकड़ों खिलाड़ी और ग्रामीण उतरे कांग्रेस प्रत्यासी के.के. ध्रुव के प्रचार में

801

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त मरवाही उपचुनाव में नरौर सेक्टर प्रभारी छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस स्पोर्ट्स सेल के प्रदेश अध्यक्ष अधि. प्रवीण जैन द्वारा अपने सेक्टर के 5 ग्राम पंचायतों का दौरा कर सभी पंचायतों के सरपंच, पंच व बूथ कमेटी के सभी पदाधिकारियों की बैठक लेकर सभी के मध्य समन्वय बनवाकर सभी को डोर टू डोर मतदाता पर्ची और प्रचार सामग्री वितरण कार्य पर लगाया। इसके अतिरिक्त कई ग्रामों का दौरा कर अनेकों खिलाड़ियों की बैठक लेकर उन्हें भी पार्टी प्रत्याशी श्री के.के.ध्रुव के पक्ष में प्रचार में लगाया गया।

भाड़ी में मरवाही क्षेत्र के ग्रामीण खिलाड़ियों की बैठक ली जहां जिम्नास्ट के कई राष्ट्रीय खिलाड़ी मौजूद रहे,

उनके बीच की खिलाड़ी पूजा नायक को प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी दी और सभी को चुनाव प्रचार में लगाया

टांगिमार ग्राम में भी सैकड़ो की संख्या में खिलाड़ी एकत्रित हुए जहां उनकी बैठक ली और उन्हें पार्टी की रीति नीति से जोड़ा व प्रचार में लगाया।

ग्राम नरौर सेक्टर के सभी पांच ग्राम पंचायतों में बूथ प्रभारियों व ग्रामीणों की बैठक ली

 

 

CPL – छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग के नए सत्र की शुरुआत मुख्यमंत्री जी के निर्वाचन क्षेत्र से हुई प्रारम्भ

1,635

पाटन विधानसभा क्षेत्र के CPL की सलेक्टेड 2 टीमों के मध्य मैच से प्रदेश भर में CPL की तैयारियां प्रारम्भ की गई। इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री जी के सुपुत्र श्री चैतन्य बघेल जी ने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की। छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस के अध्यक्ष अधि. प्रवीण जैन ने बतलाया कि कोरोना काल की वजह से प्रदेश भर में खेल गतिविधियां थम सी गई थी जिसके कारण CPL टूर्नामेंट भी अधर में पड़ गया था, अब प्रदेश में परिस्थितियां काफी हद तक सामान्य हो रही है जिसके बाद मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी के निर्वाचन क्षेत्र पाटन विधानसभा की दो CPL टीमों के मध्य सलेक्शन मैच रखा गया, अब धीरे धीरे सभी जिलों में सलेक्शन ट्रायल मैच कराया जायेगा और शीघ्र ही छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग के तारीखों की घोषणा करेंगे।

Chhattisgarh Pradesh Congress Sports Cell

BCCI ने महिला IPL टीम की घोषणा की, छत्तीसगढ़ में भी महिला टीम बनाये जाने का निर्णय

1,864

BCCI ने महिला IPL टीम की घोषणा की, छत्तीसगढ़ में भी महिला टीम बनाये जाने का निर्णय

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने महिला IPL कराये जाने का निर्णय लिया है हम इसका स्वागत करते है, सभी खेलों में महिलाओं की भागीदारी होनी चाहिए, भारत में महिलाओं को खेल में रुचि दिलाने की दिशा में यह एक क्रांतिकारी कदम होगा, छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस के अध्यक्ष अधि. प्रवीण जैन ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने उनके द्वारा लगातार 5 वर्षो से प्रयास किया जा रहा है, इसी वर्ष जनवरी में उन्होंने महिला महाविद्यालय स्तर पर एक फ्लड लाइट क्रिकेट टूर्नामेंट कराया था। छत्तीसगढ़ में CPL पुरुष वर्ग के ट्रायल्स हो चुके है, शीघ्र ही महिला वर्ग में भी जल्द ही CPL टीम तैयार करने ट्रायल लिया जायेगा।

महिला IPL टीम की घोषणा
ads

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने महिलाओं की टी20 लीग के मुकाबलों के लिए तीनों टीमों का ऐलान कर दिया है। इंडियन प्रीमियर लीग के तरह खेले जाने वाले मुकाबलों के लिए सुपरनोवा, ट्रेलब्रेजर्स और वेलोसिटी की टीमों में टक्कर होगी। तीन भारतीय धुरंधर मिताली राज, हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधानी के हाथों में टीम की कप्तानी का जिम्मा दिया गया है।

4 नवंबर से 9 नवंबर के बीच यूएई में खेले जा रहे आइपीएल के 13वें एडिशन में इन तीनों टीमों के बीच मुकाबले खेले जाएंगे। Women’s T20 Challenge के तरह तीनों कप्तान एक दूसरे से जीत के लिए दो -दो हाथ करते नजर आने वाले हैं। इस लीग में भारत के अलावा इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड की टीम की बेहतरीन महिला खिलाड़ियों को भी शामिल किया गया है।

सुपरनोवा

हरमनप्रीत कौर (कप्तान), अनुजा पाटिल, अरुंधती रेड्डी, चामिरा अट्टापट्टू, जेमिमा रेड्रिगेज, ली ताहुहु, मानसी जोशी, नतालिया सीवर, पूनम यादव, प्रिया पुनिया, राधा यादव, सोफी डिवाइन, तानिया भाटिया।

छत्तीसगढ़ी क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए खुशखबरी, प्रदेश में CPL-T20 की तैयारी

2,966

छत्तीसगढ़ प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी की मंशानुरूप प्रदेश में सभी तरह के खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है, खासकर पिछड़े व आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों के खिलाड़ियों को मुख्यधारा से जोड़ने कई खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन हम लगातार करते आ रहे हैं, इसी तारतम्य में खेल कांग्रेस द्वारा छत्तीसगढ़ में वास्तविक क्रिकेट को बढ़ावा देने IPL की तर्ज पर अपने प्रदेशवासियों के लिए CPL- छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग T20 क्रिकेट प्रतियोगिता कराने का निर्णय लिया गया है, ज्ञात हो यह बहुप्रतीक्षित टूर्नामेंट अप्रैल में प्रस्तावित था, जिसके लिए हमारे द्वारा टेलेंट हंट प्रतियोगिता के माध्यम से प्रदेश के प्रत्येक जिलों में सैकड़ो खिलाड़ियों में से 30-30 खिलाड़ियों को कड़ी चुनौतियों के बीच तैयार किया गया था। इस टूर्नामेंट की घोषणा व प्रदेश भर में ट्रायल के उपरांत हजारों खिलाड़ियों व खेल प्रेमियों में उत्साह का वातावरण था तथा ऐसे खिलाड़ी जो गरीब, पिछड़े व आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र से थे उनमें भी आशा की नई किरण जगी थी, किन्तु कोरोना संक्रमण की वजह से प्रस्तावित क्रिकेट प्रतियोगिता हमें टालनी पड़ी। अब देश-विदेश में पुनः विभिन्न खेल प्रतियोगितायें प्रारम्भ हो रही हैं तथा देश का सबसे लोकप्रिय क्रिकेट टूर्नामेंट IPL भी प्रारम्भ कर दिया गया है। हमसे प्रदेश के खिलाड़ियों, खेल प्रेमियों व अभिभावकों द्वारा लगातार इस टूर्नामेंट को कराये जाने का आग्रह किया जा रहा है, जिसके बाद अब पुनः तैयारियां प्रारम्भ की जा रही है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस स्पोर्ट्स सेल के अध्यक्ष अधि. प्रवीण जैन ने बतलाया कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से हम अपने प्रदेश को अन्य राज्यों के समकक्ष खड़ा करने और हमारे खिलाड़ियों को बेहतर, बड़ा व आधुनिक मंच तैयार कर के देना चाहते हैं, जिससे हमारे प्रदेश के क्रिकेट खिलाड़ी रणजी, IPL व देश के लिए तैयार हो सकें। इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के स्थानीय खिलाड़ियों को ही वरिययता दी जावेगी, हमारे आदिवासी अंचलों में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कोई कमी नही है, उचित मंच ना मिल पाने के कारण खिलाड़ियों का टेनिस बॉल क्रिकेट की तरफ ज्यादा रुझान रहता है, जिससे वे अपनी क्षमता को गलत दिशा में व्यर्थ कर देते हैं। हम चाहते हैं कि हमारे प्रदेश के खिलाड़ियों को भी वास्तविक क्रिकेट के प्रति जागरूक व प्रोत्साहित किया जाये। हम 15 दिसंबर 2020 से 15 फरवरी 2021 के मध्य नवा रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, परसदा में दिन-रात्रि का यह टूर्नामेंट कराना चाहते हैं तथा इस प्रतियोगिता का नाम CPL- छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग रखे हैं, हमनें इस प्रतियोगिता को छत्तीसगढ़ क्रिकेट स्टेट संघ के उद्देश्यों के अनुरूप व मार्गदर्शन में कराने का निर्णय लिया है तथा इसके लिए वरिष्ठ पदाधिकारियों से पत्राचार कर सहमति मांगी है। हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि यह क्रिकेट प्रतियोगिता किसी भी संस्था के समानांतर गतिविधि नही है बल्कि प्रदेश के विभिन्न खेलसंघों के सहयोग की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। हम आशा करते हैं कि प्रदेश में क्रिकेट के विकास के लिए शासन प्रशासन के साथ सभी खेलसंघों, खेल एकडमियों, पूर्व खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों का मार्गदर्शन, आशीर्वाद व सहयोग हमें प्राप्त होगा।

इस टूर्नामेंट के विषय में प्रवीण जैन द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से चर्चा कर पूरी जानकारी प्रदान की गई है जिस पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने प्रसन्नता व्यक्त की है।

प्रदेश के वे सभी खिलाड़ी जिन्होंने जिलों में CPL सलेक्शन ट्रायल दिया है वे सभी अपने जिले के प्रभारी से आगे की रूपरेखा की जानकारी प्राप्त कर लेंवे।

भवदीय
अधि. प्रवीण जैन
प्रदेश अध्यक्ष
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी खेलकूद प्रकोष्ठ

 

बस्तर में खेल को बढ़ावा देने मील का पत्थर साबित होगा संसदीय सचिव एवं जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन एवं महापौर सफीरा साहू के द्वारा आज किये गये शिलान्यास कार्य -प्रवीण जैन

822

बस्तर में खेल को बढ़ावा देने मील का पत्थर साबित होगा संसदीय सचिव एवं जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन एवं महापौर सफीरा साहू के द्वारा आज किये गये शिलान्यास कार्य -प्रवीण जैन

खेल कांग्रेस ने माना संसदीय सचिव जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन का आभार -प्रवीण जैन

अंतरराष्ट्रिय स्तर के खेल प्रशिक्षकों की हो नियुक्ति बस्तर में -जावेद खान

जगदलपुर——-

आज बस्तर में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी नहीं है बस जरूरत है तो उन्हें दी जाने वाली महानगरों की तर्ज पर सुविधाओं की, बस्तर के प्रतिभावान खिलाड़ी वर्षों से सुविधाओं के अभाव में ही देश और दुनिया में अपना लोहा मनवाते आए हैं अब उनकी लंबित प्रतिक्षा समाप्त करने के उद्देश्य से संसदीय सचिव जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन एवं महापौर सफीरा साहू ने आज 12 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया!

छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस प्रकोष्ठ के बस्तर के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण जैन एवं शहर जिला अध्यक्ष जावेद खान ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर संसदीय सचिव जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन एवं महापौर सफीरा साहू का आभार व्यक्त किया है और कहा है कि निश्चित ही बस्तर की खेल प्रतिभाओं को इसका बड़ा लाभ मिलेगा आने वाले दिनों में!

छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण जैन ने कहा है प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल खेल को लेकर काफी संवेदनशील हैं और बस्तर जैसे क्षेत्रों में खेल को बढ़ावा देने विशेष बजट का प्रावधान किया है जिसे धरातल पर क्रियान्वित करने का कार्य संसदीय सचिव जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन कर रहे हैं!

जावेद ने विधायक रेखचंद जैन से माँग की है कि जिस तरह उनके द्वारा जगदलपुर शहर के खेल मैदानों को नया एवं आधुनिक रूप देने का कार्य किया जा रहा है उसी कडी में बस्तर की प्रतिभाओं को तराशने अंतरराष्ट्रिय स्तर के कोच की भी अति आवश्यकता है,यदि विधायक रेखचंद जैन जी की पहल से बस्तर में एथलिट्स के क्षेत्र एवं अन्य खेलों के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रिय स्तर के प्रशिक्षकों की नियुक्ति होती है तो बस्तर की प्रतिभाओं को सहीं दिशा मिलेगी और बस्तर का नाम पूरे विश्व में रौशन होगा

Asia’s Strongest Man बने खेल कांग्रेस के ब्रांड अम्बेसडर

1,051

Asia’s Strongest Man को खेल कांग्रेस ने शहीद राजीव गांधी खेल पुरस्कार से किया सम्मानित

: Asia’s Strongest Man श्री मनोज चोपड़ा आज छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण जैन जी के निवास पहुंचे, इस अवसर पर छत्तीसगढ़ में पावर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा हुई, श्री चोपड़ा द्वारा अंतराष्ट्रीय स्तर में लगातार छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करने के लिए कांग्रेस खेल प्रतिभा सम्मान के अंतर्गत शहीद राजीव गांधी खेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया तथा छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस का ब्रांड एम्बेसडर भी घोषित किया गया।

Chhattisgarh Pradesh Congress Sports Cell

CPL- T20 क्रिकेट लीग टूर्नामेंट की नए सिरे से तैयारियां प्रारम्भ

1,295

 

CPL- छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग T20 क्रिकेट लीग टूर्नामेंट की नए सिरे से तैयारियां प्रारम्भ

टीम खेल कांग्रेस द्वारा खिलाड़ियों का सम्मान समारोह में पूरे छत्तीसगढ़ में कमाल का प्रदर्शन किया गया, जिसकी प्रदेश के यशवसी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी द्वारा भूरी भूरी प्रशंसा की गई तथा CPL के लिए हरसंभव मदद का भरोषा दिलाया है जिससे हम काफी उत्साहित हैं। अब बारी है खेल कांग्रेस की महत्वकांशी योजना *CPL-T20* लीग क्रिकेट टूर्नामेंट की जो छत्तीसगढ़ के इतिहास का सबसे बड़ा व शानदार टूर्नामेंट होगा, यह टूर्नामेंट छत्तीसगढ़ी खिलाड़ियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा जहां गरीब मजदूर किसान का बच्चा भी सीधे इंट्री पा सकेगा। यह टूर्नामेंट कोरोना की वजह से बीते अप्रैल माह में टालना पड़ा था, लेकिन अब नए सिरे से CPL टूर्नामेंट को दिसंबर-जनवरी में अंजाम तक पहुंचाया जायेगा, इस लिए CPL से जुड़े सभी पदाधिकारी व खिलाड़ी आज से ही तैयारियां जोरों से प्रारम्भ कर दीजिए तथा इस फॉर्मेट के जो एक्सपर्ट हमसे जुड़कर सेवा देना चाहते हैं वे अपना परिचय 7771001701 पर प्रेषित करें।

“खेलबो जीतबो गढ़वो नवा छत्तीसगढ़” 🏏 CPL- T20 🏏

अधि. प्रवीण जैन
छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेेेस

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित 4 हजार खिलाड़ियों का सम्मान कर खेल कांग्रेस ने रचा इतिहास

1,153

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित 4 हजार खिलाड़ियों का सम्मान कर खेल कांग्रेस ने रचा इतिहास

कोरोना संक्रमण के कारण जो खिलाड़ी छूट गए उन्हें भी दिया जायेगा “कांग्रेस खेल प्रतिभा सम्मान” कुल लक्ष्य 5100 खिलाड़ियों का सम्मान करना : प्रवीण जैन

बचे हुए जिलों में भी शीघ्र होगा आयोजन

नेशनल में मैडल लाने पर रायपुर नगर निगम द्वारा 50 हजार नगद राशि दी जायेगी

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस खेल प्रतिभा सम्मान 2020 से नवाजा गया है। यह सम्मान छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस स्पोर्टस सेल द्वारा उन्हें राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर स्पोर्टस सेल के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण जैन ने प्रदान करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बधाई और शुभकामनाएं दी।

  • इस अवसर पर स्पोर्टस सेल के पदाधिकारी मोहम्मद इमरान भी मौजूद थे। अध्यक्ष प्रवीण जैन ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को खेल प्रतिभा सम्मान 2020 का मेडल प्रदान करने के साथ ही उन्हें स्मृति स्वरूप गाय-बछड़े की मेटल प्रतिमा भेंट की। उन्होंने बताया कि आज राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर राज्य के 24 जिलों के 4000 खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र एवं मेडल भेंट कर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस स्पोर्टस सेल द्वारा सम्मानित भी किया गया है तथा आगामी आयोजन अंतराष्ट्रीय फॉर्मेंट के क्रिकेट टूर्नामेंट CPL छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग के विषय मे भी जानकारी दी।

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस स्पोर्ट्स सेल

जिन जिलों में आयोजन कोरोना की वजह से नही हो पाया वहां भी शीघ्र आयोजन कराया जायेगा तथा जिन खिलाड़ियों ने आवेदन किया और किसी कारण छूट गए उन्हें भी ऑनलाइन प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा।

2 अक्टूबर गांधी जयंती तक लक्ष्य पूरा करेंगे।

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस स्पोर्ट्स सेल के तत्वाधान में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मेजर ध्यानचंद तथा हमारे शहीदों के नाम खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों का राजीव भवन में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। प्रदेश भर में 4000 खिलाड़ियों का जिला स्तर पर सम्मान किया गया तथा रायपुर में 450 खिलाड़ियों को राजीव भवन में कांग्रेस खेल प्रतिभा सम्मान  से सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधि. प्रवीण जैन ने बतलाया कि समारोह में श्री राजेश चौहान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए, उन्हें सर्वाेच्च खेल पुरस्कार महात्मा गांधी लाइफटाइम स्पोर्ट्स अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ का अभिनंदन करते हुए संघ के महासचिव श्री गुरु चरण होरा एवं उपाध्यक्ष व संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन विनोद चंद्राकर जी मेजर ध्यानचंद खेल पुरस्कार दिया गया। राज्य में खेल को बढ़ावा देने के लिए खिलाड़ियों को अपने संस्थान में रोजगार मुहैया कराने वाले संस्थान के रूप में श्री शिवम संस्थान के श्री प्रशांत मंत्री जी को शहीद विद्याचरण शुक्ल सम्मान से सम्मानित किया गया। इसी तरह अंतराष्ट्रीय मैडलिस्टों महिला वर्ग को शहीद इंदिरा गांधी खेल पुरस्कार, पुरुष वर्ग में शहीद राजीव गांधी खेल पुरस्कार, राष्ट्रीय खिलाड़ियों को शहीद नादकुमार पटेल व महेन्द्र कर्मा पुरस्कार, प्रशिक्षक, निर्णायक व पत्रकारों को शहीद विद्याचरण शुक्ल खेल अवार्ड, राज्य स्तरीय खिलाड़ियों को शहीद उदय मुदलियार खेल पुरस्कार, जिला स्तर पर शहीद योगेंद्र शर्मा खेल पुरस्कार व सैकड़ो की संख्या में खिलाड़ियों झीरम घाटी शहीद सांत्वना पुरस्कार भी दिया गया।

जिन जिलों में आयोजन कोरोना की वजह से नही हो पाया वहां भी शीघ्र आयोजन कराया जायेगा तथा जिन खिलाड़ियों ने आवेदन किया और किसी कारण छूट गए उन्हें भी ऑनलाइन प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस स्पोर्ट्स सेल के सम्माननीय पदाधिकारीगण:-
1, शैलेन्द्र प्रताप सिंहदेव अम्बिकापुर
2, भविष्य चंद्राकर अगरतला 9424161884
3, मनोज यादव जांजगीर-चाम्पा 7000186013
4, अब्दुल कादिर कुरैशी 982775455 राजनांदगांव
5, कुलदीप कुलांजकर राजनांदगांव 9827456063
6, आकाश राव कांकेर 9425261961
7, नमन झाबक भानुप्रतापपुर 9424297711
8, राजेश शुक्ला रायगढ़
9, गोल्डी मिथुन नायक सारंगढ़ 9300968084
10, निर्मल बरडिया महासमुन्द 9827196961
11, दिलीप सोनी मुंगेली 7089111715
12,
13, विनीत विशाल जायसवाल सरगुजा 9926602574
14, आकाश राठौर नारायणपुर 9424287457
15, विलियम भंवर बालोद 7746954666
16, निर्मल सिंह कोरबा 9131920211
17, आलोक ठाकुर दुर्ग 9827150017
18, मोहम्मद रिजवान पाटन 9977217860
19, ख्वाजा अहमद भिलाई 9406427865
20, बिप्लव मल्लिक दंतेवाड़ा 9479012999
21, राजेश जैन सूरजपुर 9977116000
22, अजित गुप्ता बलरामपुर
23, उस्मान खान बिलासपुर 9893406820
24, नीरज राजा अवस्थी बिलासपुर 9826129302
25, जगजीत सिंह बेमेतरा 8718847914
26, मोहम्मद इमरान रायपुर ग्रामीण 8878686000
27, पीयूष डागा रायपुर शहर 7415450000
28, प्रमोद लुनिया कवर्धा 7000841663
29, मनोज तिवारी बलौदाबाजार 9826197434
30, बलराम यादव जगदलपुर 9425599998
31, योगेंद्र पांडेय बस्तर 7000804944
32, हरमेश चावड़ा गरियाबंद 7000898194
33, राजेश बाफना बीजापुर 9399889731
34,
35, फैजुल्ला सिद्दकी कोरिया 7898485249
36, सुमित सिंह भिलाई 9893049416
37, राजेन्द्र सिंह भिलाई 9131856773
38, अरशद हुसैन रायपुर
39, रूपेंद्र सिंह ठाकुर बिलासपुर
40, प्रवीण उपाध्याय भिलाई
41, युगांतर श्रीवास्तव कोरिया 8817110195
42, मनमोहन सिंह मुंगेली 7999565342
43, धीरज गुप्ता रायपुर 6265330440
44, तुषार अग्रवाल रायपुर
9301822795
45, आशीष सोनी पेंड्रा
9806565999

दिव्यानी सिया जशपुर 7879586951

जावेद खान जगदलपुर शहर 9926753942

छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस

भूपेश बघेल एक योद्धा

1,247

23 अगस्त को जन्मदिन पर विशेष

मुझे उसूलों के साथ उसूलों के लिए लड़ने वाले लोग खूब पसन्द आते हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मैं एक उसूल पसन्द योद्धा के तौर पर ही देखता हूं. निजी तौर पर मेरा मानना है कि जो व्यक्ति भीतर से साहसी होता है वहीं उसूलों का पक्षधर भी होता है. वैसे साहस की कोई एक किस्म तो पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के भीतर भी विद्यमान थीं, लेकिन इस किस्म की दशा और दिशा विध्वंश को बढ़ावा देने वाली ज्यादा थीं. राजनीतिक प्रेक्षक मानते हैं कि अगर जोगी अपने ही लोगों के हौसले और घुटनों को तोड़ देने के खेल में माहिर नहीं रहते तो शायद प्रदेश में पंद्रह साल तक भाजपा के बजाय कांग्रेस की सरकार काबिज रहती. जोगी प्रखर राजनीतिज्ञ थे, लेकिन कई बार ( बल्कि अक्सर ) उनकी राजनीति का हिसाब-किताब अपने ही पैर में ही कुल्हाड़ी मारने वाले मुहावरे को चरितार्थ करने लगता था.

भूपेश बघेल के पास भी चमकदार और धारदार कुल्हाड़ी है…लेकिन उन्होंने अपनी कुल्हाड़ी का इस्तेमाल कांग्रेस की डंगाल को काटने के लिए कभी नहीं किया. उनकी कुल्हाड़ी सांप्रदायिक ताकतों पर चोट करने का हुनर जानती है. वे अच्छी तरह से जानते हैं कि कब… कहां और कैसे भाजपा को मात देना है.

झीरम के माओवादी हमले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नंद कुमार पटेल और अन्य दिग्गज नेताओं के शहीद हो जाने के बाद जब प्रदेश की बड़ी आबादी यह मानकर चल  रही थीं कि रमन सरकार से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा तब भाजपा ने जीत का परचम फहराकर कांग्रेस को गहन चिकित्सा कक्ष में भेज दिया था. अब भी जब कभी राजनीति की समझ रखने वाले लोग चर्चा करते हैं तो यह सवाल जरूर करते हैं कि झीरम जैसी बड़ी घटना के बाद भी कांग्रेस क्यों हारी ? बघेल के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने से कुछ पहले सब कुछ बरबाद हो चुका था. बड़ी लीडरशिप खत्म हो गई थीं. खेमे में बंटे हुए नेता टूट चुके थे और संगठन लगभग बिखर गया था. बघेल ने राजधानी के वातानुकूलित कमरे में बैठकर राजनीति करने के बजाय गांव-गांव की खाक छानी. जमीन का रास्ता नापा और धुंआधार दौरों को अंजाम दिया. थोड़े ही दिनों में उनकी सांगठनिक क्षमता, कार्यकर्ताओं को साधकर चलने वाले दिमाग और आक्रामक तेवर से यह साफ हो गया कि चाहे जो हो कम से कम वे भाजपा के हाथों बिकने वाले नहीं है. बघेल के अध्यक्ष बनने के पहले कांग्रेस के एक नेता को भाजपा का 13-14 वां मंत्री कहा जाता था तो कुछ ऐसे थे जो रमन सरकार से छोटी-मोटी सुविधाएं हासिल करने के लिए जी-हजूरी करते नजर आते थे.

टीएस सिंहदेव के साथ उनकी जुगलबंदी यह भरोसा पैदा करने में कामयाब रही कि सबको साथ लेकर चलने से हारी हुई बाजी को पलटा जा सकता है. धनबल के आगे जनबल तभी टिकता है जब लक्ष्य को पाने का इरादा मजबूत होता है. अन्यथा जुलूस तो हर दूसरी सड़क पर निकलता है और अमूमन हर रोज निकलता है. यकीनन जुलूस में सबसे मजबूत इरादा होता है और कोई मजबूत इरादा ही जुलूस का नेतृत्व करता है.

एनसीपी नेता रामवतार जग्गी की हत्या और झीरम हमले के बाद भले ही अजीत जोगी अपनी साख को बचाने की जुगत में लगे हुए थे, लेकिन अंतागढ़ टेपकांड में उनकी और अमित जोगी की संलिप्तता सामने आने के बाद एक आम राय यह कायम हुई कि वे भाजपा के लिए कार्यरत थे. जब कांग्रेस के तमाम बड़े दिग्गज उन पर कार्रवाई करने से घबरा रहे थे तब बघेल आलाकमान को यह विश्वास दिलाने में कामयाब रहे कि जोगी परिवार के बगैर भी कांग्रेस की नैय्या पार लग सकती है. पिता-पुत्र के पार्टी से बाहर होने के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस को जबरदस्त नुकसान होगा, लेकिन इसके उलट बघेल यह साबित करने में कामयाब रहे कि जोगी  बीता हुआ कल थे. अगर पार्टी में रहते तो कांग्रेस ज्यादा नुकसान में रहती.

अपने इरादों और कामकाज के तौर-तरीकों में मजबूती के चलते भूपेश बघेल ने देश के बड़े राजनीतिज्ञों के बीच अपना एक खास मुकाम बनाया है. देश के बहुत से लेखक मित्र जब कभी भी फोन करते हैं तो बगैर किसी लंबी-चौड़ी भूमिका के कहते हैं-यार आपके यहां के मुख्यमंत्री तो जबरदस्त काम कर रहे हैं. एक बार मिलकर इस बात के लिए बधाई देनी है कि उन्होंने आदिवासियों की जमीन लौटाकर अच्छा काम किया है. संस्कृतिकर्मी मानते हैं कि वे करीना कपूर के साथ सेल्फी लेकर छत्तीसगढ़ के स्थानीय कलाकारों को अपमानित करने वाले सीएम नहीं है. उनका ठेठ देसी अंदाज छत्तीसगढ़ की संस्कृति-परम्परा और यहां के तीज-त्योहार को मानने-जानने वाले लोगों को लुभाता है. ऐसे सैकड़ों काम है जिसका जिक्र यहां कर सकता हूं… लेकिन यह सूची थोड़ी लंबी हो जाएगी.

ऐसा भी नहीं है कि उनके आलोचक नहीं है. फिलहाल इस काम में वे ही लोग सक्रिय है जो पिछली सरकार में ठेकेदार-कांट्रेक्टर बनकर सरकारी खजाने को हड़पने के खेल में लगे थे. भाजपा से संबंद्ध बहुत से उद्योगपति, ठेकेदार और धंधेबाज अपनी पूरी ताकत के साथ इस प्रचार में जुटे हुए हैं कि भूपेश सरकार महज चंद दिनों की मेहमान है. टीएस बाबा के साथ उनकी पटरी नहीं बैठ रही है. कोई ढ़ाई साल का फार्मूला है जो छत्तीसगढ़ में लागू हो जाएगा. आदि-आदि. दुष्प्रचार के इस उपक्रम में जनवाद का छेद वाला कंबल ओढ़कर जिंदाबाद-जिंदाबाद करने वाले लोग भी शामिल है. इसके अलावा कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े लोग, पूर्ववर्ती सरकार के प्रति वफादार रहने वाले अफसर और हर महीने वजीफा पाने वाले पत्रकारों की जमात भी इन दिनों सक्रिय है. ऐसे तमाम शेयर होल्डर जो सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों में नकारात्मक माहौल बनाते हैं, वे यह भूल जाते हैं कि अभी सांप्रदायिक ताकतों से बड़ी और असली लड़ाई होनी बाकी है.

इससे इतर गांव और परिवार के एक मुखिया जैसी उनकी छवि को पसन्द करने वालों का बड़ा वर्ग भी मौजूद है. किसी गांव वाले से पूछकर देखिएगा तो कहेगा- अब लाल भाजी खाने का मजा आ रहा है. कहना न होगा कि छत्तीसगढ़ बेहद खूबसूरत है. यह राज्य अपने खांटी देसी स्वाद की वजह से भी जाना जाता है. जब कभी आप बाहर जाएंगे तो लोग आपसे तीजन बाई के बारे में पूछेंगे. सुरूजबाई खांडे, हबीब तनवीर के बारे में पूछेंगे. यहां के धान और उगने वाली साग-सब्जियों की जानकारी पाकर भी लोग आश्चर्य से भर जाते हैं. दुर्भाग्य से पंद्रह साल तक छत्तीसगढ़ का देसी स्वाद गायब कर दिया गया था. यहां के छत्तीसगढ़ियों को ही नहीं लग रहा था कि कोई उनके अपने बीच का है. भूपेश बघेल ठेठ छत्तीसगढ़िया है तो उन्हें गांव में रहने वाली बड़ी आबादी का दिल जीतने में देरी नहीं लगी. जहां तक भाजपा और उनके नेताओं की बात है तो ज्यादातर अब भी छत्तीसगढ़ की बोली-बानी और यहां के रहन-सहन को हिकारत के भाव से देखते है. भाजपा का कोई भी नेता ( एक-दो को छोड़कर ) अगर छत्तीसगढ़ी में बोलता और बतियाता है तो उसका व्यापारिक और बनावटी अंदाज साफ नजर आता है.

मेरा किसी जाति विशेष से कोई विरोध नहीं है, लेकिन यह भी सच है कि गत पंद्रह सालों से प्रदेश में ठकुराई हावी थीं. प्रदेश के ज्यादातर भाजपा नेताओं और अफसरों का तौर-तरीका सामंती हो गया था. दूर-दराज गांवों में बसने वाले लोगों को लगता था कि पता नहीं कब जमींदार कोड़े लेकर आ जाएंगे और खेत-खार से बेदखल कर देंगे. फूल जैसी बिटिया को उठाकर ले जाएंगे. होता भी यहीं था. बस्तर में पदस्थ रहा एक पुलिस अफसर पुरानी सरकार के इशारों पर कुछ इसी तरह के कृत्य में संलिप्त भी रहता था. आतंक का पर्याय बन चुके पुलिस अफसर मुकेश गुप्ता पर कार्रवाई भी आसान नहीं थीं. सब जानते हैं कि पिछली सरकार में वे किस तरह के पॉवरफुल थे. जानकार कहते हैं कि पिछली सरकार में मंत्रिमंडल के प्रत्येक सदस्य की कुंडली उनके पास थी और इसी आधार पर वे समय-असमय सबको यह कहकर धौंस देते थे कि ज्यादा उलझोगे तो नाप दिए जाओगे. लेकिन बघेल ने हत्या, साजिश सहित कई तरह के गंभीर आरोपों से घिरे इस खतरनाक अफसर को भी इधर-उधर भागने और छिपकर जीने के लिए मजबूर कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह, उनके दामाद पुनीत गुप्ता तथा अन्य कई रसूखदार नेताओं पर उनकी कार्रवाई को भले ही विपक्ष बदलापुर की कार्रवाई मानता है, लेकिन निजी तौर पर मैं इसे साहस का काम मानता हूं. पंद्रह साल के खौफ को भूपेश बघेल अपने देशज अंदाज से धीरे-धीरे खत्म करने का काम किया है. इस खौफ को कम करने के लिए उन्हें न तो लाठी भांजने की जरूरत पड़ी है और न ही अजीत जोगी वाले हथकंड़े को अपनाने की.

अब कोई कह सकता है कि जब आदमी सत्ता में होता है तो साहसी बन ही जाता है, लेकिन शायद यह सही नहीं है. भूपेश बघेल जब विपक्ष का हिस्सा थे तब भी बगैर किसी भय और दबाव के अपनी बात दमदारी के साथ रखते थे. बहुत से लोग बस्तर के माओवाद को लेकर डराने-धमकाने का काम करते हैं. मुझे याद है एक रोज वे खुली जीप में सवार होकर माओवादियों के सैन्य इलाके जगरगुड़ा जा धमके थे. इस खौफनाक इलाके में पुरानी सरकार के किसी भी मंत्री और नेता ने कभी दस्तक नहीं दी थी. कभी-कभार कुछ अफसर हेलिकाफ्टर से वहां जाने की हिम्मत दिखाते थे तो नक्सली हेलिकाफ्टर पर फायरिंग कर देते थे. यह सब लिखते हुए एक और बात याद आ रही है जो उनके बचपन से जुड़ी हुई है. एक बार उनके पैतृक गांव के मित्रों के बीच इस बात की शर्त लगी कि कौन बिच्छू का डंक तोड़ सकता है. भूपेश बघेल ने गांव के बाहर और भीतर पत्थरों के नीचे और पोखर के आसपास छिपे हुए सैकड़ों बिच्छुओं के डंक तोड़कर अपनी जेब के हवाले कर दिया था.

बहरहाल छत्तीसगढ़ियों के भीतर साहस और सम्मान का भाव भरने वाले भूपेश बघेल नए ढंग से छत्तीसगढ़ को गढ़ने में लगे हुए हैं. प्रदेश की एक बड़ी आबादी उनके कामकाज और तौर-तरीकों पर भरोसा करती है. राजनीति के धुंरधर मानते हैं कि छत्तीसगढ़ में उनकी पारी बेहद लंबी रहने वाली है. छत्तीसगढ़िया भी अपनी उम्मीद को बरकरार रखना चाहते हैं. उम्मीद है तो सब कुछ है. उम्मीद पर दुनिया टिकी है.

उन्हें जन्मदिन की खूब सारी बधाई. 

अधिवक्ता प्रवीण जैन 9406133701

 

राजकुमार सोनी की वॉल से साधन्यवाद…