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भाजपा की कमीशनखोरी के खिलाफ कांग्रेस छेड़ेगी प्रदेश व्यापी आंदोलन
गांव, मुहल्लों में होगी 10,000 से अधिक नुक्कड़ सभायें
कमीशनखोर भाजपाईयो की जलाये जायेंगे पुतले
कांग्रेस का नारा है बहुत हो गया अब नहीं खाने दूंगा।
रायपुर/23 अप्रैल 2017। आज दिनांक 23.04.2017 दिन रविवार को शाम 06.30 बजे कांग्रेस भवन रायपुर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की आपात एवं आवश्यक बैठक प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल की अध्यक्षता तथा नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव एवं प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में संपन्न हुई।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आपात एवं आवश्यक बैठक बुलाये जाने के कारणों का खुलासा करते हुये कहा कि जिस शर्मनाक ढंग से प्रदेश के मुख्यमंत्री रमन सिंह रायगढ़ में प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की बैठक मंत्रियों, निगम अध्यक्षों एवं पदाधिकारियों को कमीशन लेने की स्वीकारोक्ति कर लोकतंत्र को शर्मसार किया है। कमीशनखोर सरकार का मुखिया होने के नाते डाॅ. रमन सिंह हर दृष्टि से जिम्मेदार है। कांग्रेस मांग करती है कि रमन सिंह मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे, इस्तीफा नहीं देते है तो हमारी राज्यपाल से मांग है कि वे इस कमीशनखोर सरकार को तत्काल भंग कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करे। कांग्रेस सीबीआई, भ्रष्टाचार निवारण समिति, एवं अन्य जांच एजेसियो को तत्काल भ्रष्ट मंत्रियों एवं भाजपा नेताओं के खिलाफ जांच कर कार्यवाही करने हेतु प्रतिवेदन देगी। राज्यपाल एवं राष्ट्रपति को भ्रष्टाचार में आकंठ डुबे भाजपा के रमन सरकार को तत्काल भंग करने हेतु ज्ञापन सौपेगी। भ्रष्ट रमन सरकार को अपदस्थ होने तक कांग्रेस द्वारा पूरे प्रदेश में इस कमीशनखोर के खिलाफ आंदोलन चलाया जायेगा। 10,000 नुक्कड़ सभा पंचायत एवं शहर के मुहल्लों चैक-चैराहो में स्थानीय भाजपा नेता जो कमीशनखोर है उसका पुतला दहन किया जायेगा। मुख्यमंत्री और मंत्री के साथ कमीशनखोर भाजपा नेता का पुतला दहन किया जायेगा। प्रधानमंत्री कहते है न खाउंगा न खाने दूंगा हमारा नारा है अब खाने नहीं दूंगा। वरिष्ठ नेताओं की देख-रेख में आंदोलन होगा। सभी मोर्चा संगठन अपने संबंधित विभाग के भ्रष्टाचार एवं कमीशन खोरी के मुद्दे को उठायेगे।
कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि कमीशनखोरी की स्वीकारोक्ति के बाद रमन सिंह एक भी दिन सत्ता में बने रहने लायक नहीं है। रमन सिंह के वनवास का समय आ गया है। एक साल के लिये कमीशन बंद करने की बात कहकर उन्होने स्वीकार कर लिया कि कमीशनखोरी उनकी जानकारी में हो रही है। उन्होने संगठन चुनाव व सदस्यता अभियान के संबंध में भी अपने विचार रखे।
इसके साथ ही बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार संगठन चुनाव जो कि 25 अक्टूबर तक संपन्न करायी जाने के संदर्भ विस्तार से चर्चा की गई। 15 मई तक अनिवार्य रूप से सदस्यता फार्म प्रदेश कार्यालय में जमा करा दिये जायेगे। वही अधिकाधिक सदस्य बनाकर सदस्यता अभियान को निर्धारित समय सीमा पर संपन्न करने का भी निर्देश दिये गये। इसके साथ ही राज्य सरकार के द्वारा आनन-फानन में घोषित की गयी महुआ नीति से हुये नुकसान पर भी व्यापक चर्चा की गई। सरकार ने बिना सोच विचार किये महुआ नीति बना लिया था भले ही बाद में उसे वापस लिया, लेकिन इसके कारण ग्रामीण अंचल और वनांचल के लोगो को नुकसान उठाना पड़ा।
पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि पूरे प्रदेश में रमन सरकार की कार्यकाल में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री एवं भाजपा नेतागण केवल एक ही सूत्रीय कार्यक्रम कमीशनखोरी में लगे हुये है। ये छत्तीसगढ़ का दुर्भाग्य है।
पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू ने छत्तीसगढ़ की मीडिया को धन्यवाद देते हुये कहा कि भारतीय जनता पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में मुख्यमंत्री रमन सिंह के कमीशनखोरी की स्वीकारोक्ति को जिस ढंग से पूरे प्रदेश में प्रमुखता के साथ प्रचारित किया जिससे इस सरकार की पोल आम जनता में खुल चुकी है। अब कांग्रेस जनो को विधानसभा से लेकर ग्राम पंचायत तक कमीशनखोर सरकार को बेनकाब करना है।
पूर्व मंत्री मो. अकबर ने कहा कि डाॅ. रमन सिंह की पकड़ पार्टी और जनता में लगभग खत्म हो चुकी है। लोकसुराज अभियान को छत्तीसगढ़ की जनता ने नकार दिया है।
लोकसभा सांसद ताम्रध्वज साहू ने कांग्रेसजनो से आग्रह किया है कि अब पंचायत स्तर पर लोगो के बीच जाकर इस भ्रष्ट सरकार के बारे में आम जनता को अवगत कराये।
वरिष्ठ नेता राजेन्द्र तिवारी ने प्रदेश अध्यक्ष को बधाई देते हुये कि इस गंभीर मुद्दे पर आपात बैठक बुलाकर एक अच्छी पहल की है। अब बगैर विलंब किये रमन सिंह और भाजपा के कारगुजारियो को आंदोलन के माध्यम से जनता तक अच्छे ढंग से पहुंचाये।
बैठक को पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, पूर्व सांसद पी.आर. खूंटे, महामंत्री रमेश वल्र्यानी, अटल श्रीवास्तव, शैलेश नितिन त्रिवेदी, विकास उपाध्याय, चंद्रशेखर शुक्ला सहित अन्य वक्ताओं ने अपनी महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, पूर्व मंत्री मो. अकबर लोकसभा सांसद ताम्रध्वज साहू, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, उपाध्यक्षगण बोधराम कंवर, पी.आर. खूंटे, वरिष्ठ नेता राजेन्द्र तिवारी, रमेश वल्र्यानी, महामंत्रीगण गिरीश देवांगन, शैलेश नितिन त्रिवेदी, पदमा मनहर, राजेश तिवारी, अटल श्रीवास्तव, दीपक दुबे, शंकर लाल ताम्रकार, भोलाराम साहू, मलकित सिंह गैंदू, कार्यसमिति सदस्यगण गंगा ठाकुर पोटाई, प्रतिमा चंद्राकर, देवेन्द्र बहादुर सिंह, इंदरचंद धाड़ीवाल, कृष्ण कुमार यादव, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, मीडिया संयोजक आर.पी. सिंह, मीडिया सचिव सुशील आनंद शुक्ला, प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी, आनंद मिश्रा, सुरेन्द्र शर्मा, विकास तिवारी, मनीष दयाल, एम.ए. इकबाल, दिलीप अग्रवाल, शिव ग्वालानी, प्रदेश सचिव गण शिवसिंह ठाकुर, अजय साहू, सूर्यमणी मिश्रा, हरदीप सिंह बेनीपाल, निवेदिता चटर्जी, एजाज ढेबर, शफी अहमद, विजय बघेल, गनी खान, तुलसी साहू, प्रवीण वर्मा, राधेश्याम विभार, नागभूषण राव, धर्मेन्द्र यादव, प्रवीण साहू, विकास दुबे, पंकज महावर, आफताब आलम, आनंद कुकरेजा, दीपक दुबे, डाॅ. चैलेश्वर चंद्राकर, शहर एवं ग्रामीण जिला अध्यक्ष गण विक्रम मंडावी, विमल चंद सुराना, राजीव शर्मा, हरीश परसाई, दिलीप पांडेय, अभिषेक शुक्ला, महेश चंद्रवंशी, अलालीराम यादव, जितेन्द्र मुदलियार, अजय अग्रवाल, विकास उपाध्याय, नारायण कुर्रे, मंजू सिंह, विजय देवांगन, बाबूलाल साहू, राजेन्द्र शुक्ला, मोर्चा संगठन प्रकोष्ठ एवं विभाग के अध्यक्षगण अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष डाॅ. शिकुमार डहरिया, सेवादल प्रमुख चैन सिंह सामले, विचार विभाग के अध्यक्ष हसन खान, अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष सारिक रईस खान, किसान कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रशेखर शुक्ला, अनुसूचित जनजाति विभाग के अध्यक्ष शिशुपाल सोरी, पिछड़ा वर्ग विभाग अध्यक्ष महेन्द्र चंद्राकर, नगरीय निकाय प्रकोष्ठ संतोष अग्रवाल, चिकित्सा प्रकोष्ठ डाॅ. राकेश गुप्ता,, विज्ञान एवं पर्यावरण सेल शोभा यादव, युवा पिछड़ा वर्ग सुमित दास, असंगठित क्षेत्र समस्या निवारण प्रकोष्ठ सद्दाम सोलंकी, व्यापार प्रकोष्ठ कन्हैया अग्रवाल, कौमी एकता प्रकोष्ठ मंगा सिंह, आईटीसेल प्रकोष्ठ के संयोजक राजेन्द्र परिहार उपस्थित थे।
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